फिर उसने धीरे धीरे दर्द को सहन करते हुए अपनी चूत में मेरे पूरे लंड को पूरा अंदर ले लिया और उसके बाद वो लंड के ऊपर आकार क्या मस्त धक्के लगा रही थी? वो लगातार मेरे खड़े लंड के ऊपर नीचे होकर लंड को अपनी चूत के अंदर बाहर कर रही थी। दोस्तों जब वो मेरा लंड को अपनी चूत में लिए आगे पीछे हो रही थी और ऊह्ह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ आअहह कर रही थी। फिर उसके बूब्स जो उछल रहे थे उसको देखकर मेरा सेक्स जोश और भी बढ़ गया वो मेरी छाती को सहलाते हुए धक्के दे रही थी और साथ साथ वो मुझे किस भी कर रही थी और में उसके गोरे गोरे बूब्स को भी दबा रहा था। अब वो तो आअहह आआहह चोदो मुझे चोदो जान कर रही थी। दोस्तों मुझे बिल्कुल भी समझ में नहीं आ रहा था कि वो मुझे चोद रही है या में उसको चोद रहा हूँ। फिर वो ऐसे ही दो बार झड़ गई और बोली कि बस अब और नहीं। फिर मैंने कहा कि जान अभी तो तुम्हारा ही काम हुआ है? मेरा भी तो मन खुश करो मुझे भी तो मज़े दो। फिर वो साइड में सो गई और में उसके ऊपर चड़ गया और उसकी लाल लाल चूत में लंड डालकर उसको तेज तेज धक्के देकर चोदने लगा और थोड़ी ही देर में मेरा वीर्य भी अब निकलने वाला था।
फिर मैंने कहा कि अब में झड़ने वाला हूँ इसको कहाँ निकालूं? तब उसने कहा कि कोई बात नहीं है तुम इसको मेरे अंदर ही निकाल दो, में पहले से ही एक गर्भनिरोधक गोली ले चुकी हूँ और अब में उसके मुहं से यह बात सुनकर खुश होकर उसको ज़ोर ज़ोर से धक्के देते हुए चोदते चोदते उसकी चूत में ही झड़ गया और मेरे वीर्य से उसकी चूत एकदम चिकनी हो गई और फिर हम दोनों शांत होकर बेड पर लेट गये और एक दूसरे से चिपककर वैसे ही कुछ देर पड़े रहे। फिर मैंने उससे पूछा कि जान तुम क्या अपने पति के साथ उसकी चुदाई से संतुष्ट नहीं हो क्या? तो उसने कहा कि में अपने पति से बहुत संतुष्ट हूँ, अब मैंने उससे पूछा कि फिर तुम मेरे साथ यह सब मज़े क्यों करना चाहती थी? अब उसने कहा कि हर रोज एक ही तरीके के सेक्स से में बोर हो गई थी तो इसलिए मैंने सोचा कि में कुछ अलग हटकर सेक्स के मज़े करूं।
फिर मैंने उससे पूछा तो मेरे साथ यह सब करके तुम्हारा अनुभव कैसा रहा? तो वो बोली कि में तुम्हारे साथ आज यह सब करके बहुत खुश हूँ मुझे बड़ा मस्त मज़ा आया तुमने मुझे पूरी तरह से संतुष्ट करके बड़ा खुश कर दिया है। फिर मैंने हंसकर उससे कहा कि जिसको जो चाहिए होता है एक दिन ऊपर वाले की क्रपा से वो मिल ही जाता है, में भी तुम्हारे साथ यह मज़े लेकर बहुत खुश हूँ और तुम्हारा जोश देखकर में पहली बार में बड़ा चकित हुआ, तुम्हे इस काम में बहुत कुछ आता है तुम तो एक खिलाड़ी हो। फिर बोली कि लेकिन मेरा तुम्हारे साथ एक बार यह सब करके मन नहीं भरा, में दोबारा भी करना चाहती हूँ। अब मैंने उससे कहा कि जान जो तुम्हारी मर्ज़ी उसके बाद हम दोनों बाथरूम में जाकर फ्रेश हुए और फिर में कपड़े पहनकर उसको किस करके वापस चला आया और फिर हम एक दूसरे को भूल गये, लेकिन फिर कभी उसने मुझसे बात नहीं की और ना ही मैंने भी आगे बढ़ने के बारे में सोचा ।।